शनिवार, 18 जून 2011

लैला मजनूवाला वाला यहां जज्जबात होता है

यारों मेरी नजर में वो शहर खास होता है
जिस शहर कोई पार्क होता है
गांव की जरूरत अब नहीं
भीड़ में अकेला हीं सही
रिश्तों-नातों की मर्यादा ना सही
पर गर्ल फ्रेंड का हाथों में हाथ होता है।
आई लव यू का यहां राग होता है
हंसी ठिठोली का हीं केवल फाग होता है
हर तरह देखो तो अपना हीं राज होता हैै
फिल्मों में दिखेगा क्या इतनी रंगीनी
सेंसर की कैंची चलेगी यहां नहीं
क्योंकि यहां तो अपना समा्रज्य होता है
लैला मजनूवाला वाला यहां जज्जबात होता है
मुन्नी को बदनाम करदे किसी में दम नहीं
कन्याभ्रूण हत्या होती होगी कहीं
पर यहां तो मून्नी के हीं सर पर ताज होता है
बेचारा मून्ना तो केवल गुलाम होता है।

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