प्रष्नः षादी और बर्बादी में क्या अन्तर है ?
उत्तरः वस्तुतः दोनों एक हीं है। माया के चलते यह अलग-अलग दिखाई देता है। ब्रम्ह के समान इसे विभिन्न नामों से जानते हैं। जैसे ज्ञानी जानते हैं कि ब्रम्ह और माया दो नहीं बल्कि ब्रम्ह की हीं षक्ति माया है। ठीक इसी प्रकार षादी और बर्बादी में कोई खास अंतर नहीं है। षादी का हीं अगला चरण बर्बादी है। इसी से ज्ञानीजन षादी से दूर रहते हैं। समस्याओं से भागकर साधना में लीन रहते हैं।
प्रष्नः अगर मैं आपसे कहूं कि मुझे आपसे प्यार हो गया है तो इसे आप क्या कहें।
उत्तरः आपको जरूर कोई गलतफहमी हुई है तभी आप हवाई जगह की जगह पैषेन्जर मेल चून रही हैं। कारण कि यह मेल द्वारिका की जगह सूदामा नगरी जा जाती है। चेहरा पर मत आइए दिल सच्चा है चेहरा झूठा। वैसे आप काफी समझदार हैं समझ गई होंगी। समझदार के लिए इषारा हीं काफी है।
उत्तरः वस्तुतः दोनों एक हीं है। माया के चलते यह अलग-अलग दिखाई देता है। ब्रम्ह के समान इसे विभिन्न नामों से जानते हैं। जैसे ज्ञानी जानते हैं कि ब्रम्ह और माया दो नहीं बल्कि ब्रम्ह की हीं षक्ति माया है। ठीक इसी प्रकार षादी और बर्बादी में कोई खास अंतर नहीं है। षादी का हीं अगला चरण बर्बादी है। इसी से ज्ञानीजन षादी से दूर रहते हैं। समस्याओं से भागकर साधना में लीन रहते हैं।
प्रष्नः अगर मैं आपसे कहूं कि मुझे आपसे प्यार हो गया है तो इसे आप क्या कहें।
उत्तरः आपको जरूर कोई गलतफहमी हुई है तभी आप हवाई जगह की जगह पैषेन्जर मेल चून रही हैं। कारण कि यह मेल द्वारिका की जगह सूदामा नगरी जा जाती है। चेहरा पर मत आइए दिल सच्चा है चेहरा झूठा। वैसे आप काफी समझदार हैं समझ गई होंगी। समझदार के लिए इषारा हीं काफी है।
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