सरकार सर्वदलीय बैठक बुलायी
उसमें
किसी ने फर्मराया
तो कोई गर्मराया
तो किसी ने
अपना असली तेवर दिखाया
कोई अन्ना को तानाशाह बताया
तो कोई रामदेवजी को कसूरवार ठहराया
सभी ने हां में हां सूर मिलाया
बैठक में हुई रजामंदी
सरकार पर नहीं लगाई जायगी कोई पाबंदी
क्योंकि वह कानून बनाने के लिए है
संविधान तो भगवान बनाते हैं
हम उनके काम में नहीं हाथ लगाते हैं
हम उनके अधिकार क्षेत्र में नहीं जाते हैं।
सबने एक साथ फैसला किया
नहीं चलेगी अब अन्ना की लामबंदी
भेद देंगे हमसब मिलकर उनकी हर किलेबंदी
नही ंतो आ जाएगी हमारे जीवन में मंदी।
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