मंगलवार, 26 अप्रैल 2011

अन्ना की नीयत में है खोट

अन्ना की नीयत में है खोट

कह रही सरकार
अन्ना की नीयत में है खोट
वरना वे देते नोट
बढ़ा रहे हैं बेवजह लड़ाई
काटने नहीं दे रहे
नेताओं को मलाई
बाबूओं पर भी है
षामत आई
पत्नियां कर रहीं हैं
रोज पिटाई
बताइए पतिदेव
कैसे होगी मोटर पर चढाई
बहता हुआ स्रोत हीं
जब चला जाएगा
नौकरी करने का
भला मजा क्या रह पाएगा
बिना नुमाईष की
पड़ोसन भी नहीं जलने वाली
बता देती हूं हां
बिना मोटरकार के मैं
घर से नहीं निकलने वाली
जाना पड़े तो जाओ जेल
या करो कुछ घालमेल
पर बजट न बिगड़े भाई
वरना है तुम पर मुसिबत आनेवाली
रात को मैं खाना नहीं बनानेवाली
बेचारे षर्माजी की बीवी के हाथों
हो चुकी है पिटाई
मुझे भी अपनानी पड़े न वहीं दवाई।

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